४. प्रमुख पंक्तियाँ

प्रमुख पंक्तियाँ


1. ’’अबला जीवन हाय! तुम्हारी यही कहानी आँचल में है दूध और आँखों में पानी।।’’  2. सखि वे मुझसे कहकर जाते।
3. चारु चन्द्र की चंचल किरणें, खेल रही हैं जल-थल में।
स्वच्छ चाँदनी छिटक रही है अवनी और अम्बर तल में।। (’पंचवटी’ से)


हरिवंशराय बच्चन


1. ’’पूर्व चले की बटोही, बाट की पहचान कर लो।’’
2. ’’प्रार्थना मतकर मतकर मतकर, मनुष्य पराजय के स्मारक है, मठ मस्जिद गिरिजाधर।’’
3. ’’है चिता की राख कर में माँगनी सिंदूर दुनिया’’
4. ’’गाता हूँ अपनी लय भाषा सीख इलाहाबाद नगर से’’
5. ’’कोई न खङी बोली लिखना आरंभ करे अंदाज मीर का बेजाने बेपहंचाने’’
6. ’’मुझमें देवत्व है जहाँ पर, झुक जाएगा लोक वहाँ पर’’
7. ’’है अंधेरी रात, पर दीवा जलाना कब माना है’’
8. ’’कह रहा जग वासनामय हो रहा उद्गार मेरा मधुकलश’’
9. ’’वृद्ध जग को क्यों अखरती है क्षणिक मेरी जवानी’’
10. ’’मै जग जीवन का भार लिए फिरता हूँ,
फिर भी जीवन में प्यार लिए फिरता हूँ।’’