अमरकांत
जन्म | 1 जुलाई 1925 उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में नगरा के पास भगमल पुर गाँव |
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मृत्यु | 17 फ़रवरी 2014 (उम्र 88) |
उपनाम | श्रीराम लाल, अमरनाथ |
कहानी संग्रह
1. ‘जिंदगी और जोंक ’2. ‘देश के लोग’
3. ‘मौत का नगर’
4. ‘मित्र मिलन तथा अन्य कहानियाँ’
5. ‘कुहासा’
6. ‘तूफान’
7. ‘कला प्रेमी’
8. ‘प्रतिनिधि कहानियाँ’
9. ‘दस प्रतिनिधि कहानियाँ’
10. ‘एक धनी व्यक्ति का बयान’
11. ‘सुख और दुःख के साथ’
12. ‘जांच और बच्चे’
13. ‘अमरकांत की सम्पूर्ण कहानियाँ’ (दो खंडों में)
14. ‘औरत का क्रोध’।
उपन्यास
1. ‘सूखा पत्ता’2. ‘काले-उजले दिन’
3. ‘कंटीली राह के फूल’
4. ‘ग्राम सेविका’
5. ‘पराई डाल का पंछी’ बाद में ‘सुखजीवी’ नाम से प्रकाशित
6. ‘बीच की दीवार’
7. ‘सुन्नर पांडे की पतोह’
8. ‘आकाश पक्षी’
9. ‘इन्हीं हथियारों से’
10. ‘विदा की रात’
11. लहरें।
संस्मरण
1. कुछ यादें, कुछ बातें2. दोस्ती।
बाल साहित्य
1. ‘नेऊर भाई’2. ‘वानर सेना’
3. ‘खूँटा में दाल है’
4. ‘सुग्गी चाची का गाँव’
5. ‘झगरू लाल का फैसला’
6. ‘एक स्त्री का सफर’
7. ‘मँगरी’
8. ‘बाबू का फैसला’
9. दो हिम्मती बच्चे।
पुरस्कार / सम्मान
उनकी रचनाओं के लिए उन्हें सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उत्तर प्रदेश संस्थान की ओर से भी उन्हें पुरस्कार प्रदान किया गया था।2007:साहित्य अकादमी पुरस्कार
: भारतीय ज्ञानपीठ