अमृतराय

अमृतराय 

अमृतराय

जन्म    सन 1921 में उत्तर प्रदेश के वाराणसी

सम्पादक

प्रेमचंद की बिखरी रचनाओं के संपादन के अतिरिक्त आपने 'हंस' का संपादन अपने ही अंदाज़ में किया। यह 'हंस' और 'नई कहानी' के सम्पादक रहे हैं।

कृतियाँ

'साहित्य में संयुक्त मोर्चा', 'सुबह का रंग', 'लाल धरती', 'नई समीक्षा', 'नागफनी का देश', 'हाथी के दांत', 'अग्निशिखा', 'फाँसी के तख्ते से', 'कस्बे का एक दिन', 'गीली मिट्टी', 'कठघरे', 'जंगले', 'सहचिंतन', 'भटियाली', 'आधुनिक भावबोध की संज्ञा', 'बतरस', 'चतुरंग', 'सारंग' और 'धुआं' ।

  • 'प्रेमचन्द'
  • 'कलम का सिपाही'
  • 'बीज' (उपन्यास)
  • 'तिरंगा कफ़न' (कहानी-संग्रह)

अनुवाद

'स्पार्टाकस' का अनुवाद 'आदिविद्रोही', 'हैमलेट' का, 'समरगाथा'।

पुरस्कार

देश-विदेश के कई महत्वपूर्ण पुरस्कारों से अमृतराय को सम्मानित किया गया था। कहानी तथा ललित निबन्ध के लेखन में भारत विख्यात इस लेखक को 'कलम का सिपाही' नामक पुस्तक पर 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया था। इनका उपन्यास 'बीज' तथा कहानी-संग्रह 'तिरंगा कफ़न' बहु-चर्चित है।